चुकंदर बीटा वल्गेरिस (Beta vulgaris) बीजों से उत्पन्न होने वाला एक पौधा है जिसे आमतौर पर चुकंदर Beet, beetroot, common beet, or garden beet, के नाम से जाना जाता है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए आमतौर पर इसका सेवन गर्मियों के मौसम में किया जाता है। इस लेख में हम बीटा वल्गेरिस के पोषण तत्व, लाभ, साइड इफेक्ट्स, और उपयोगों के बारे में जानेगे।
चुकंदर के पोषण तत्व(Nutrition Facts)
• कैलोरी: प्रति 100 ग्राम में लगभग 43 कैलोरी
• कार्बोहाइड्रेट: प्रति 100 ग्राम में लगभग 9.56 ग्राम
• पोटैशियम: प्रति 100 ग्राम में लगभग 325 मिलीग्राम
• विटामिन C: प्रति 100 ग्राम में लगभग 30 मिलीग्राम
• आयरन: प्रति 100 ग्राम में लगभग 0.8 मिलीग्राम
• कैल्शियम: प्रति 100 ग्राम में लगभग 16 मिलीग्राम
• फाइबर: प्रति 100 ग्राम में लगभग 2.8 ग्राम
• विटामिन A: प्रति 100 ग्राम में अत्यंत कम मात्रा में
• विटामिन K: प्रति 100 ग्राम में अत्यंत कम मात्रा में
बीटा वल्गेरिस काली मिटटी (सॉयल) में उगाई जाती है और इसमें कैलोरी के साथ-साथ कई मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसे सलाद, सब्जी, और अन्य पकवानों में उपयोग किया जा सकता है।
बीटा वल्गेरिस (Beta vulgaris) के औषधीय गुण
1. विटामिन्स: बीट वनस्पति विटामिन्स का एक अच्छा स्रोत होता है, विशेष रूप से विटामिन C और विटामिन K की द्रष्टि से। विटामिन C शरीर के रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है, जबकि विटामिन K हड्डियों के स्वस्थ विकास में महत्वपूर्ण होता है।
2. मिनरल्स: बीट कैल्शियम और आयरन का भी एक अच्छा स्रोत होता है। कैल्शियम स्वस्थ डायट का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और आयरन रक्त में हीमोग्लोबिन का निर्माण में मदद करता है।
3. एंटीऑक्सीडेंट्स: बीट में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जैसे कि बीटाक्सैंथिन, जो आयुर्वेदिक उपचार में उपयोग किया जाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
4. आंटी-इन्फ्लैमेटरी: इसमें मौजूद फाइबर और अन्य जीवाणुरोधक गुण होते हैं, जिनसे सूजन को कम किया जा सकता है और शारीरिक इंफ्लेमेशन को कम किया जा सकता है।
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चुकंदर के उपयोग
• पोषण से भरपूर: बीटा वल्गेरिस में फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाती है।
• शुगर कंट्रोल: चुकंदर में पाये जाने वाले अंतोसियानिन और फाइबर शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
• हृदय स्वास्थ्य: इसमें मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड आपके हृदय स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने में मदद कर सकता है।
• कैंसर से बचाव: बीटा वल्गेरिस में पाये जाने वाले एंटिऑक्सीडेंट्स कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं।
• अनीमिया का इलाज: इसमें मौजूद फॉलेट आपके रक्त की कमी को दूर कर सकता है।
• पाचन को सुधारे: चुकंदर का सेवन पाचन को सुधार सकता है और कब्ज को दूर कर सकता है।
• वजन कम करने में मदद: इसकी कम कैलोरी और फाइबर की मात्रा वजन कम करने में मदद कर सकती है।
• पाचन संरचना को सुधारे: चुकंदर के सेवन से पाचन संरचना को सुधारा जा सकता है।
• त्वचा की सुरक्षा: चुकंदर में मौजूद विटामिन्स और एंटिऑक्सीडेंट्स त्वचा को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।
• आंतिक्रिया बढ़ाने में मदद: यह आपकी आंतिक्रिया को बढ़ाने में मदद कर सकता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकता है।
• हड्डियों की सुरक्षा: चुकंदर में मौजूद फॉलेट और विटामिन K हड्डियों को सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है।
• मसूड़ों की स्वच्छता: चुकंदर के रस का सेवन मुँह की स्वच्छता को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
• कब्ज का इलाज: यह पेट संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
• गुर्दों की सुरक्षा: चुकंदर गुर्दों की स्वच्छता को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
• सूजन कम करने में मदद: इसकी एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
• निद्रा की सुधार: चुकंदर के सेवन से निद्रा की सुधार हो सकती है।
• बच्चों के लिए फायदेमंद: बीटा वल्गेरिस बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
• हानिकारक रेडिएशन से सुरक्षा: यह रेडिएशन के हानिकारक प्रभावों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
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(Beta vulgaris), चुकंदर के साइड इफेक्ट्स
• पेट संबंधित समस्याएं: चुकंदर खाने से कुछ लोगों को पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि गैस, पेट दर्द या एसिडिटी.
• गुर्दे संबंधित समस्याएं: चुकंदर में ऑक्सैलिक एसिड होता है, जिससे किसी को गुर्दों की समस्या हो सकती है. गुर्दे की पथरियों वाले लोगों को इसे सावधानीपूर्वक खाना चाहिए.
• शुगर संबंधित समस्याएं: चुकंदर में शुगर होता है, और इसके सेवन से ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि हो सकती है. डायबिटिक लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए.
• एलर्जी: कुछ लोग चुकंदर से एलर्जी का सामना कर सकते हैं, जो त्वचा पर खुजली, चकत्ते, या अन्य एलर्जिक प्रतिक्रियाएं पैदा कर सकती हैं.
कृपया ध्यान दें कि ये साइड इफेक्ट्स आम नहीं होते और व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति और प्राकृतिक प्रतिरोध के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। चुकंदर औषधीय गुणों के कारण, बीट वनस्पति के रूप में सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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