ज्वार:Sorghum vulgare महत्वपूर्ण एवं पौष्टिक धान्य




ज्वार: एक पूर्णता से भरपूर धान्य का खजाना
                                             

                                                              ज्वार -Sorghum vulgare
 

परिचय:

ज्वार (Sorghum vulgare ; यवनाल, यवाकार या जूर्ण) इसका वैज्ञानिक नाम Sorghum है। एक प्रमुख फसल है। ज्वार कम वर्षा वाले क्षेत्र में अनाज तथा चारा दोनों के लिए बोई जाती हैं। ज्वार जानवरों का महत्वपूर्ण एवं पौष्टिक चारा हैं। यह एक प्रकार की घास है जिसकी बाली के दाने मोटे अनाजों में गिने जाते हैं। ज्वार का उपयोग खाद्य, चारा, चारक, आदि में होता है।

प्रकृति:

ज्वार एक बहुवर्षीय, गरमियों में उपजने वाली, एक फसल है जो मुख्य रूप से खेती की जाती है। इसका तना धारीदार होता है जिसमें सिकुड़ी जैसे धान्य होते हैं जिनका रंग सफेद से लेकर गहरे लाल तक हो सकता है। ज्वार के पौधे हरे, पीले या लाल रंग के होते हैं और यह फूलों से भरा होता है जो हरे या लाल हो सकते हैं।



उपयोग

 इसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए बोआ जा सकता है, जैसे कि अनाज की फसल, पशुओं के लिए चारा, और बायोईंफ्यूल उत्पन्न करने के लिए।

पोषण मूल्य: ज्वार के अनाज में आहारी फाइबर, प्रोटीन, और आवश्यक पोषण कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, और बी-विटामिन जैसे महत्वपूर्ण पोषण होता है।

ग्लूटेन-मुक्त: ज्वार अनाज ग्लूटेन-मुक्त होता है, इसलिए इसका सेवन ग्लूटेन अवश्यकता नहीं होने वाले व्यक्तिओं के लिए सुरक्षित है।

खाद्य: ज्वार के दाने खाद्य के रूप में उपयोग होते हैं, जिनसे रोटी, खिचड़ी, डोसा आदि बनाए जाते हैं।
चारा: ज्वार का पौधा पशुओं के चारा के रूप में खिलाया जाता है।

चारक: ज्वार के दानों से चारक बनाया जाता है, जो चूल्हों में इस्तेमाल होते हैं।

बिस्किट: ज्वार के दानों से बिस्किट और नाश्ते की चीजें बनाई जाती हैं।

पापड़: ज्वार के दानों से पापड़ बनाए जाते हैं जो खासतर सदियों से गुजरात में पसंद किए जाते हैं।

पूजा: ज्वार के पौधे पूजा में प्रयुक्त होते हैं, विशेषकर गणेश चतुर्थी पर।



फायदे:

ज्वार के दाने सेल्युलोज की अच्छी स्रोत होते हैं, जो डाइजेशन को सुधारते हैं।

इसका उपयोग चारा के रूप में पशुओं के लिए किया जा सकता है, जिससे खाद्य की समस्या को कम किया जा सकता है।

ज्वार ग्लूटेन-मुक्त अनाज है जिसमें प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन बहुत अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से आपका पाचन ठीक रहेगा और आपको ऊर्जा की आवश्यकता पूरी होगी।

ज्वार का नियमित सेवन करने से आपके रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहेगा, जिससे मधुमेह के खतरे को कम किया जा सकता है।


ज्वार: व्यंजन, ब्रेकफास्ट रेसिपी, और उपयोग


विभिन्न व्यंजन

1. ज्वार की रोटी

ज्वार की रोटी एक स्वास्थ्यप्रद विकल्प है जो आपके भोजन में शामिल कर सकते हैं। इसे घी या दही के साथ सर्व करने से और भी स्वादिष्ट बनती है।

2. ज्वार की खिचड़ी

ज्वार की खिचड़ी एक स्वास्थ्यप्रद और पौष्टिक व्यंजन है। इसमें मिले डाक्टर, सब्जियां, और मसाले से बनती है और आपके भोजन में विविधता प्रदान करती है।



Snacks

1. ज्वार के चिप्स

ज्वार के चिप्स एक स्वास्थ्यप्रद स्नैक्स विकल्प हो सकते हैं। इन्हें तलकर या बेक करके बनाया जा सकता है और उन्हें मसाले से स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।

2. ज्वार के लड्डू

ज्वार के लड्डू एक पौष्टिक स्नैक्स हो सकते हैं जिन्हें खासतर से त्योहारों पर बनाया जाता है। इन्हें गुड़ और घी के साथ मिलाकर बनाया जाता है।

3. ज्वार के दही वड़े

ज्वार के दही वड़े एक हेल्दी स्नैक्स होते हैं जिन्हें आप आमतौर पर दोपहर के समय में खा सकते हैं। इन्हें बनाने के लिए ज्वार के आटे के वड़े बनाए जाते हैं जो दही में डिप किए जाते हैं।

 ब्रेकफास्ट रेसिपी

1. ज्वार के चीले

ज्वार के चीले एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यप्रद ब्रेकफास्ट विकल्प हो सकते हैं। इन्हें बनाने के लिए ज्वार के आटे को सब्जियों और मसालों के साथ मिलाकर बेल पेपर में तला जाता है।

2. ज्वार की उपमा

ज्वार की उपमा एक हेल्दी और तंदुरुस्त ब्रेकफास्ट विकल्प हो सकती है। इसमें ज्वार के आटे की उपमा बनाई जाती है जिसमें सब्जियां और मसाले मिले होते हैं।

3. ज्वार का पोहा

पाचन में सुधार करता है क्योंकि ज्वार में उच्च मात्रा में फाइबर होता है । इसके अलावा, ज्वार रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है और इसमें कई खनिज होते हैं। उदाहरण के लिए, कैल्शियम हड्डियों और दांतों को स्वस्थ बनाता है। ज्वार में आयरन की मात्रा भी बहुत अधिक होती है। ज्वार का पोहा एक ताज़ा और स्वादिष्ट ब्रेकफास्ट हो सकता है। इसमें ज्वार के पोहे को भुनकर सब्जियों और मसालों केसाथ
 मिलाया जाता है।

4. ज्वार की डोसा

ज्वार की डोसा एक विशेष तरीके से तैयार किया जाता है और यह ब्रेकफास्ट के लिए उत्तम हो सकता है। इसमें ज्वार के आटे की डोसा बनाई जाती है जिसे आप सांभर सॉस और चटनी के साथ सर्व कर सकते हैं।

5. ज्वार की उत्तपम

ज्वार की उत्तपम एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय ब्रेकफास्ट है जिसे ज्वार के आटे से बनाया जाता है। इसमें बनायीं उत्तपम को सांभर सॉस और नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है।


ज्वार का उपयोग

 पशुओं के लिए चारा ज्वार के बीज को पशुओं के चारा के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह उन्हें आवश्यक पोषण प्रदान करता है।

ज्वार के बीजों से बनाए गए पेय से गर्मियों में राहत मिलती है और शरीर को ताजगी मिलती है।

ज्वार से बनी चपाती ग्लूटेन-मुक्त होती है और विशेष रूप से ग्लूटेन संवादित रोग (सेलिएक रोग) वाले लोगों के लिए उपयुक्त हो सकती है।

ज्वार के बीजों से बनाए गए पेय का सेवन मात्र आपकी दैनिक आहार में एक बार करना चाहिए। अत्यधिक सेवन से बुरे प्रभाव हो सकते हैं।

ज्वार का सेवन वजन कम करने में मददगार हो सकता है क्योंकि यह पौष्टिकता पूर्ण होता है और भोजन में भरपूर मात्रा में फाइबर प्रदान करता है, जिससे आपकी भूख कम लगेगी।

ज्वार के बीज पशुओं के लिए उपयोगी होते हैं। इनमें प्रोटीन और पोषण भरपूर मात्रा में होता है, जिससे पशुओं का सही विकास होता है।

कमियाँ:


ज्वार की कुछ प्रजातियाँ अलर्जिक प्रतिक्रिया पैदा कर सकती हैं, जो विशेषकर उन लोगों के लिए जो इसके सेवन से प्रभावित होते हैं।

ज्वार का अधिक सेवन किसी लोगों के लिए गैस, ब्लोटिंग, या अन्य पाचन संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है।


निष्कर्ष:

ज्वार भारतीय कृषि प्रणाली में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली एक प्रमुख फसल है। इसके दाने खाद्य, चारा, और अन्य उपयोगों के लिए प्रयुक्त होते हैं, और यह गरमियों में भी उपजने वाली फसल होने के कारण महत्वपूर्ण है। इसके उपयोगों में कई लाभ होते हैं, लेकिन इसके सेवन में ध्यान देने वाली कुछ दिक्कतें भी हो सकती हैं। इसलिए, समझदारी से ज्वार का सेवन करना चाहिए ताकि हम इसके सभी लाभों को प्राप्त कर सकें

  लेख पढने के लिए धन्यवाद |

पसंद / नापसंद बटन

0 पसंद | 0 नापसंद

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ