दुनिया में कई प्रकार के अनाज पाए जाते हैं जिन्हें हम अपनी आहार योजनाओं में शामिल करते हैं। अन्य अनाजों के साथ-साथ भारत में एक ऐसा अनाज है जिसका उपयोग हम पिछले कुछ दशकों से कर रहे हैं, जिसे :कोडो मिलेट्स; ( Rice grass,Cow grass) के नाम से जाना जाता है।कोदो के दानों को चावल के रूप में खाया जाता है और स्थानीय बोली में 'भगर के चावल' के नाम पर इसे उपवास में भी खाया जाता है इस लेख में, हम कोडो मिलेट्स के उपयोग, लाभ और साइड इफेक्ट्स पर चर्चा करेंगे।
लाभ:
पोषण से भरपूर: कोडो मिलेट्स भोजन में अत्यधिक पोषक तत्वों का स्रोत होते हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
डायबिटीज प्रबंधन: कोडो मिलेट्स का सेवन अधिक मात्रा में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, जिससे डायबिटीज का प्रबंधन संभव होता है।
हृदय स्वास्थ्य: कोडो मिलेट्स में मौजूद फाइबर हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है।
वजन नियंत्रण: कोडो मिलेट्स बॉडी में लंबे समय तक भूख नहीं लगने का अहसास दिलाकर वजन नियंत्रण में मदद कर सकते हैं।
शारीरिक ऊर्जा: कोडो मिलेट्स में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं जो शारीर को ऊर्जा देते हैं और थकान को कम करते हैं।
उपयोग:
कोडो मिलेट्स एक प्राचीन भारतीय अनाज हैं जिन्हें गेहूं और चावल के स्थान पर उपयोग किया जा सकता है। इनका उपयोग भारतीय रसोईघरों में बाजार में बड़ी मात्रा में किया जाता है। कोडो मिलेट्स को रोटी, डोसा, इडली, उपमा, पुलाव, खीचड़ी, पोहा, उड़द दाल और भात के साथ मिश्रित करके खाया जाता है। यह अनाज ग्लूटेन-मुक्त होता है, इसलिए इसे सेलिएक रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है।
कोडो मिलेट्स के अद्वितीय स्वाद और पोषण से भरपूर होने के कारण, इसे भोजन के रूप में उपयोग करना आसान और स्वादिष्ट होता है। यहां कुछ कोडो मिलेट्स के विभिन्न प्रमुख व्यंजनों की सूची है:
कोडो मिलेट्स खिचड़ी:
कोडो मिलेट्स को धोकर भिगो दें।एक कटोरे में घी गरम करें और इसमें जीरा, राई, हींग और करी पत्ता डालें।
फिर हरी मिर्च, अदरक-लहसुन का पेस्ट और टमाटर डालें। साथ ही हल्दी, नमक और लाल मिर्च पाउडर भी मिलाएं।
इसमें पानी और सोखा हुआ तिल डालें और उबालने दें। जब उबलने लगें, तब कोडो मिलेट्स डालें और हल्की आँच पर पकाएं। आपकी खिचड़ी तैयार है!
कोडो मिलेट्स उपमा:
कोडो मिलेट्स को भिगो दें और धो लें।एक कटोरे में तेल गरम करें और इसमें राई, उड़द दाल, चना दाल, और करी पत्ता डालें।
फिर हरी मिर्च, करी पत्ता, प्याज, अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें। साथ ही नमक, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और लेमन का रस भी मिलाएं।
इसमें पानी डालें और उबालने दें। जब पानी उबलने लगेगा, तो कोडो मिलेट्स डालें और इसे पकाएं। उपमा तैयार है!
कोडो मिलेट्स रोटी:
कोडो मिलेट्स को भिगो दें और धो लें।इसे ग्राइंडर में पीस लें और गाड़े आटे की तरह गूँथें।
इसमें नमक और पानी मिलाएं और लच्छेदार आटा तैयार करें।
अब इसे रोटी की तरह बेलें और तवा पर सेकें। गर्म घी या मक्खन के साथ परोसें।
कोडो मिलेट्स पुलाव:
तेल गरम करें और इसमें जीरा, दालचीनी, लौंग, इलायची, तेजपत्ता डालें।
फिर प्याज, अदरक-लहसुन का पेस्ट, हरी मिर्च और टमाटर डालें। साथ ही हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, नमक और दही भी मिलाएं।
इसमें शाकाहारी सब्जियां जैसे मटर, गाजर, फूलगोभी, आलू, बीन्स डालें और उन्हें ढाककर पकाएं।
जब सब्जियां पक जाएं तो कोडो मिलेट्स और पानी डालें और इसे पकाएं। पुलाव तैयार है!
साइड इफेक्ट्स:
कोडो मिलेट्स के सेवन से ज्यादातर लोगों को कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। हालांकि, कुछ लोगों को पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि अपच, गैस, पेट दर्द, उलटी आदि हो सकती है। यदि ऐसा होता है, तो आपको इसे खाने से पहले पेशेवर चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
कोडो मिलेट्स एक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक अनाज हैं जो भारतीय भोजन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनका सेवन स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने के साथ-साथ वजन नियंत्रण और डायबिटीज के प्रबंधन में मदद कर सकता है। हालांकि, ध्यान देने वाली बात है कि हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए कोई भी खाद्य पदार्थ उचित परामर्श के बिना उचित रूप से उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। यदि कोडो मिलेट्स का सेवन करने से कोई नकारात्मक प्रभाव महसूस होता है, तो तुरंत इसे बंद करें और चिकित्सक से परामर्श लें।
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1 Comments
Sabhi blogs bahut acche aur sahi jankari ke saath daale gaye hai. Sir isse tarah hame aur jankari de te rahe
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